हरियाणा मीडिया जंक्शन न्यूज
चंडीगढ़। कोरोना महामारी के चलते हरियाणा में फंसे मजदूरों को ट्रेनों व बसों द्वारा उनके घरों तक पहुंचाने के लिए हरियाणा सरकार ने तगड़े इंतजाम किए हैं। अब तक हजारों मजदूरों को बसों व रेलगाड़ियों के माध्यम से उनके गंतव्य तक भेजा गया है। (Thousands-of-laborers-trapped-in-lockdown-leave-for-their-homes) नारनौल रेलवे स्टेशन से 1628 यात्रियों को लेकर आज पहली श्रमिक स्पेशल रेलगाड़ी मध्यप्रदेश के छतरपुर के लिए रवाना हुई। इनमें 188 बच्चे शामिल हैं। इसी तरह, लगभग 1450 श्रमिकों को रोहतक से बिहार के कटिहार, 1417 प्रवासी श्रमिकों को फरीदाबाद से मध्यप्रदेश के दमोह जबकि 1440-1440 प्रवासी मजदूरों को रेवाड़ी से मध्यप्रदेश के सागर और दादरी व भिवानी से बिहार के किशनगंज भेजा गया। हरियाणा से अब तक लगभग 75000 प्रवासी श्रमिकों को 1200 से अधिक बसों और 16 रेलगाड़ियों के माध्यम से दूसरे राज्यों में भेजा गया है। इसी तरह, अन्य राज्यों से लगभग 9700 लोग हरियाणा में आए हैं। रोहतक व अन्य जिलों में फंसे 1459 प्रवासी मजूदरों व बच्चों को आज सायं रोहतक रेलवे स्टेशन से बिहार के कटिहार के लिए विशेष ट्रेन से रवाना कर दिया गया। इस विशेष ट्रेन में 1428 श्रमिक एवं 31 बच्चे सवार हंै। इससे पूर्व भी रोहतक रेलवे स्टेशन से दो विशेष ट्रेनों से प्रवासी मजदूरों को बिहार पहुंचाया जा चुका है। प्रदेश के विभिन्न जिलों व स्थानों से बसों के माध्यम से रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों व बच्चों को पहुंचाया गया। जिला जींद से 201, रोहतक से 42, गुरुग्राम से 63, सोनीपत से 49, हांसी से 235, हिसार से 108, फतेहाबाद से 179, यमुनानगर से 59, कुरुक्षेत्र से 180 एवं पानीपत से 345 श्रमिकों व बच्चों को रेलवे स्टेशन पर पहुंचाया गया, जहां से वे विशेष ट्रेन से अपने गंतव्य स्थान के लिए रवाना हुए। रोहतक से विशेष ट्रेन में सवार प्रवासी मजदूरों ने सरकार द्वारा किये गये विशेष ट्रेनों के प्रबंध के लिए आभार और खुशी का इजहार करते हुए कहा कि वे लम्बे समय के बाद वे अपने घर लौट रहे हैं, जिसका वे लॉकडाउन शुरू होते ही बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। रेलवे स्टेशन से गाड़ी रवाना होते ही गाड़ी में सवार भी श्रमिक भारत माता की जय तथा जय हरियाणा के नारे लगाते हुए अपनी मंजिल के लिए निकल पड़े।
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