HSSC क्लर्क भर्ती परीक्षा : उत्तरपुस्तिका खाली छोड़ने वाले परीक्षार्थियों की रद्द होगी परीक्षा


HSSC क्लर्क भर्ती परीक्षा : उत्तरपुस्तिका खाली छोड़ने वाले परीक्षार्थियों की रद्द होगी परीक्षा 

दिव्यांग अभ्यर्थियों को प्रथम तल पर बैठने की सुविधा, पेपर के लिए मिलेंगे 30 मिनट ज्यादा

पहली बार प्रयोग के तौर पर होगा फेस रिकग्रेशन डिवाइस का उपयोग

21 सितंबर 2019, 9:49 AM
हरियाणा मीडिया जंक्शन। संदीप कम्बोज 
हिसार। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा 21, 22 व 23 सितंबर को क्लर्क पद के लिए आयोजित की जाने वाली लिखित परीक्षा में यदि कोई परीक्षार्थी अपनी ओएमआर सीट (उत्तरपुस्तिका) खाली छोड़ता है तो सेंटर सुपरीटेंडेंट ओएमआर सीट पर क्रॉस लगाकर उसे मौके पर ही कैंसिल कर दें। यह निर्देश हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के सदस्य प्रदीप जैन ने लघु सचिवालय के जिला सभागार में सेंटर सुपरीटेंडेंट व फ्लाइंग स्क्वेयड टीमों के सदस्यों के साथ आयोजित  एक बैठक को संबोधित करते हुए दिए। उन्होंने 21, 22 व 23 सितंबर को आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं को निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से करवाने के लिए महत्वपूर्ण निर्देश दिए और अधिकारियों को सफल परीक्षाएं आयोजित करवाने के लिए प्रोत्साहित किया। आयोग के सदस्य प्रदीप जैन ने कहा कि एचएसएससी की परीक्षाएं व भर्ती पूरी तरह से निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से होती हैं। आयोग द्वारा पिछले चार वर्षों में 1.25 करोड़ से अधिक विद्यार्थियों के लिए लिखित परीक्षाओं का आयोजन किया जा चुका है। अगले तीन दिन में होने वाली क्लर्क की परीक्षा में प्रदेश के 15.60 लाख विद्यार्थी परीक्षा देंगे। इन परीक्षाओं को निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से करवाने के लिए सभी अधिकारियों व कर्मचारियों का सहयोग आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि जिन अभ्यर्थी का चयन करना होता है उसकी ओएमआर शाीट खाली छुड़वा ली जाती है जिसमें बाद में सही उत्तर भर दिए जाते हैं। लेकिन यह आरोप बिल्कुल गलत है। इस संबंध में आयोग के स्पष्टद्द निर्देश हैं कि जो अभ्यर्थी ओएमआर शीट खाली छोडकर जाए उसे सेंटर सुपरीटेंडेंट मौके पर ही लाइन लगाकर कैंसिल कर दें। आप सब सुपरीटेंडेंट को भी इस पर पूरा ध्यान देना है। उन्होंने बताया कि इस बार पारदर्शिता को बढ़ाने व गड़बडि?ों की आशंका को बिल्कुल समाप्त करने के लिए प्रयोग के रूप में फेस रिकग्रेशन डिवाइस का भी इस्तेमाल किया जाएगा जिससे परीक्षार्थी के चेहरे की सही पहचान हो सकेगी और किसी के स्थान पर नकली परीक्षार्थी नहीं बैठ सकेगा। उन्होंने कहा कि सुपरीटेंडेंट यह ध्यान दें कि दिव्यांग परीक्षार्थी के बैठने की व्यवस्था प्रथम तल पर करवाई जाए और उसे प्रति घंटा 20 मिनट (डेढ़ घंटे की परीक्षा में 30 मिनट) का अतिरिक्त समय भी दिया जाए। 

परीक्षा शुुरु होने से एक घंटा पहले पहुंचेंगे प्रश्न पत्र 
परीक्षा केंद्रों पर सेंटर सुपरीटेंडेंट तक प्रश्र पत्र परीक्षा शुरू होने से एक घंटा पहले पहुंचेंगे। प्रश्र पत्र को खोलने व परीक्षा के उपरांत इन्हें सील करने की पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी करवाई जानी आवश्यक है। एक बार प्रवेश करने पर किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा का समय समाप्त होने से पहले परीक्षा केंद्र से बाहर नहीं आने दिया जाए। परीक्षार्थी किसी प्रकार के आभूषण व इलेक्ट्रोनिक डिवाइस के साथ परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। सेंटर सुपरीटेंडेंट परीक्षा केंद्र पर अभ्यर्थियोंं के मोबाइल आदि रखवाने के लिए जगह निर्धारित कर सकते हैं।

सेंटर सुपरीडेंट को देना होगा प्रमाण कि मेरा कोई परीचित रिश्तेदार यहां नहीं दे रहा परीक्षा
परीक्षा केंद्र पर मौजूद निरीक्षक का कोई संबंधी अथवा मित्र उस सेंटर पर परीक्षा नहीं दे रहा है, यह प्रमाण पत्र भी सेंटर सुपरीटेंडेंट को जमा करवाना होगा। सभी परीक्षा निरीक्षक परीक्षा से कम से कम ढाई घंटे पहले परीक्षा केंद्र पर पहुंचेंगे और डेढ़ घंटे पहले परीक्षार्थियों का प्रवेश शुरू हो जा
एगा। परीक्षा शुरू होने से आधा घंटा पहले प्रवेश बंद करवा दिया जाएगा। सभी परीक्षा केंद्रों की गतिविधियों की निगरानी के लिए सीसीटीवी भी लगाए गए हैं।

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